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महाकाल में आग कपूर पर गुलाल फेंकने से भड़की:प्रशासन ने माना; ढाई क्विंटल गुलाल कौन लाया, ऐसे 5 सवालों के जवाब किसी के पास नहीं



उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह 5.49 बजे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग कपूर आरती पर गुलाल फेंकने के कारण आग भड़की थी। कलेक्टर नीरज सिंह ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी बना दी गई है। वह इसके कारणों पर रिपोर्ट देगी। इसके अलावा यह भी जांच करेगी कि पूजा के समय कौन सी सामग्री इस्तेमाल की गई थी। दैनिक भास्कर ने मामले की पड़ताल की और घायल पुजारी के सेवक और भस्म आरती के समय मौजूद श्रद्धालुओं से बात की। पता चला कि घटना के वक्त वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए थे। सबसे पहले जानिए महाकाल मंदिर में हुआ क्या था?
दरअसल, सोमवार सुबह 5.49 बजे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती की जा रही थी। उस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। तभी आरती के दौरान सुबह 5.49 बजे अचानक आग भभक गई, जिससे मंदिर के पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए। इन 5 सवालों के जवाब नहीं ​​​​अब पढ़िए, प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा… गुलाल के सफेद केमिकल ने पकड़ी आग, पर्दे भी जले
घटना के वक्त गर्भगृह में मौजूद पुजारी के सेवक सोनू राठौर ने बताया, ‘मैं गर्भगृह में था। कपूर आरती खत्म होने वाले थी। उस दौरान किसी ने गुलाल डाला, जिससे वहां आग लग गई। गर्भगृह में मौजूद कई लोग झुलस गए। इसके बाद चांदी को बचाने के लिए आसपास लगे पर्दों में आग लग गई। मैं पार्वती माता जी के यहां खड़ा था। बहुत ज्यादा गुलाल उड़ रहा था, इसलिए पंप देख नहीं पाया। गुलाल में सफेद केमिकल होता है, उसने आग पकड़ ली।’ स्प्रे से गुलाल उड़ाया जा रहा था, भगदड़ जैसे हालात बने
छत्तीसगढ़ के रायपुर से आई मोनिका सिंह ने बताया- ‘आरती शुरू होने के कुछ देर पहले ही पंडों ने गुलाल के पैकेट बांटने शुरू कर दिए थे। सब कुछ ठीक चल रहा था। चारों ओर सिर्फ शिव नाम की गूंज सुनाई दे रही थी। 5 बजकर 27 मिनट पर आरती शुरू होते ही लोगों ने गुलाल उड़ाना शुरू कर दिया। कुछ ही सेकेंड में पूरा दरबार रंग गया। इस कदर गुलाल छा गया कि कुछ भी स्पष्ट नहीं दिख रहा था। सिक्योरिटी में मौजूद लोग कपाट बंद करने लगे। मालूम हुआ कि आग लगी है। इसके बाद हम भी निकास द्वार की ओर भागे। रायपुर से ही आई पीयूषी पटेल ने बताया कि कुछ लोग स्प्रे से गुलाल उड़ा रहे थे। हम ये तो नहीं जानते कि आग कैसे लगी। लेकिन घटना के दौरान अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सुप्रीम कोर्ट में मंदिर समिति ने रखे थे सुझाव
साल 2013 में शिवलिंग क्षरण को लेकर उज्जैन की सारिका गुरु ने याचिका लगाई थी। इसके बाद मंदिर समिति ने सुप्रीम कोर्ट के सामने क्षरण रोकने के लिए कई सुझाव रखे थे। बताया गया कि मंदिर में सिर्फ हर्बल गुलाल का उपयोग किया जाएगा, वो भी सीमित मात्रा में। हालांकि समय के साथ सभी नियम शिथिल हो गए। पिछले दो-तीन साल से मंदिर में बिना जांच के रंग और गुलाल आने लगा। इसका उपयोग होली पर गर्भगृह में भी होने लगा। पुजारी बोले- अब केवल प्रतीकात्मक होली की करेंगे मांग
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश पुजारी ने बताया कि घटना के बाद प्रशासन से मांग रहेगी कि मंदिर में पुजारी ही प्रतीकात्मक होली खेंलेगे। साथ ही आम भक्तों के मंदिर के अंदर कोई वस्तु लेकर आने, होली और रंगपंचमी खेलने पर प्रतिबंध लगाए। होली और रंगपंचमी पर भक्तों की संख्या भी निर्धारित की जाएगी। कम से कम मात्रा में रंग गुलाल का उपयोग केवल पुजारी ही करेंगे। इसके अलावा, अन्य भक्त या व्यक्ति नंदी हाॅल व गणेश मंडपम में भी रंग-गुलाल लेकर आता है, तो उसे बाहर किया जाएगा। सीएम बोले- ऐसी घटना दोबारा ना हो, इसका प्रबंध करेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव घायलों का हाल जानने के लिए उज्जैन के जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां उन्होंने मीडिया से भी चर्चा की। सीएम ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा- दोबारा ऐसी घटना ना हो, इस बात के प्रबंध किए जाएंगे। मोदी-शाह तक ने लिया संज्ञान, सीएम से की फोन पर बात
उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुए हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम डॉ. मोहन यादव से फोन पर चर्चा की। उन्होंने सभी घायलों का हालचाल पूछा और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही घटना की जानकारी ली। सीएम ने प्रधानमंत्री को बताया कि भस्म आरती के दौरान हुए हादसे से प्रभावित घायल लोगों का इलाज इंदौर और उज्जैन में चल रहा है। उन्होंने दोनों शहरों में जाकर घायलों का हाल जाना। घायलों के बेहतर उपचार पर ध्यान दिया जा रहा है। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। सीएम ने राष्ट्रपति को भी घटना की जानकारी दी। यह भी पढ़ें – उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह 5.49 बजे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। इसमें पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए। घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया है। 3 को उज्जैन जिला अस्पताल से छुट्‌टी दे दी गई, 2 भर्ती हैं। पढ़ें पूरी खबर


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