बिजनौर के खलीफा कॉलोनी में तीन दिन पहले हुई एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस हत्याकांड में मृतक याकूब का दोस्त नाजिम उर्फ नज्जू मुख्य आरोपी पाया गया है. पुलिस के अनुसार, नाजिम ने याकूब से चोरी की ज्वेलरी के बारे में जानकारी मिलने पर इस वारदात को अंजाम दिया. घटना के खुलासे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
इस मामले पर एसपी सिटी संजीव बाजपेई ने बताया कि 9 नवंबर की रात एक कार्यक्रम के दौरान नाजिम और याकूब ने साथ में नशा किया था. नशे की हालत में याकूब ने नाजिम को सोने की चोरी की गई ज्वेलरी के बारे में बताया. इस जानकारी के बाद नाजिम की नीयत बिगड़ गई और उसने याकूब के परिवार से यह ज्वेलरी हासिल करने की योजना बनाई.
चोरी के जेवर के लिए तीन लोगों का कत्ल
घटना वाली रात नाजिम ने पहले याकूब के घर में उसकी मां जुबेदा और पिता मंसूर की हत्या की फिर याकूब को मौत के घाट उतारा. घटना के बाद उसने घर की तलाशी ली, लेकिन ज्वेलरी नहीं मिली. तो उसने तलाशी लेने के दौरान जो कपड़े हटाए थे वह सारे कपड़े मृतक याकूब के ऊपर डाल दिए ताकि उसकी कोई देख ना सके और वहां से दीवार बांधकर फरार हो गया.
जब नाजिम घर पहुंचा तो उसक शर्ट पर खून के धब्बे लगे हुए थे, जो उसकी बहन ने देख लिए थे. इसके बारे में उसने अपनी मां को बताया तो उसकी शर्ट को धो दिया गया. जिससे किसी को उस पर कोई शक ना हो सके. साथ ही नाजिम ने फोन की सिम भी निकालकर फेंक दी.
पुलिस ने मृतक के दोस्त को किया गिरफ्तार
जांच के दौरान पुलिस को एक वीडियो मिला जिसमें नाजिम और याकूब डांस कर रहे हैं. इसी आधार पर पुलिस ने नाजिम को पूछताछ के लिए थाने बुलाया तो वो घटना से मुकर गया. इसके बाद उसके फोन की लोकेशन को निकलवाया गया. तो पुलिस को पता चला कि घटना के बाद से ही उसने फोन से सिम को निकाली हुई है. इसके बाद पुलिस का शक गहरा गया और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारे राज उगल दिए.
पुलिस ने सबूत के तौर पर नाजिम की शर्ट, जिस पर खून के धब्बे थे, और घटना में इस्तेमाल किए गए चाकू और पेचकस भी बरामद किए हैं. इस मामले में आरोपी नाजिम ने पूरी घटना स्वीकार कर ली है और पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है.
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