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भारत में कब से मिलेगी Pfizer की कोविड-19 वैक्सीन? जानें- अमेरिकी फार्मा कंपनी ने क्या कहा

Pfizer COVID-19 Vaccine: ब्रिटेन अग्रणी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है. ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी ने बुधवार को बताया कि कोरोना वैक्सीन उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है. दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है.

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नई दिल्ली: अमेरिकी फार्मा कंपनी Pfizer (फाइजर) ने कहा है कि वह भारत में कोविड-19 (Coronavirus) वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में भारत सरकार से आवश्यक दिशा-निर्देश के लिए बातचीत चल रही है. ब्रिटेन द्वारा इस वैक्सीन को आम जनता के लिए अगले सप्ताह से शुरू किए जाने के ऐलान के बाद Pfizer का यह बयान आया है.

Pfizer ने कहा कि वह दुनिया भर के कई देशों की सरकारों के साथ वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए बातचीत कर रहा है. अमेरिकी कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है, “…Pfizer  इस वैक्सीन की आपूर्ति केवल सरकारी अनुबंधों के आधार पर संबंधित सरकारी प्राधिकरणों के साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट  और नियामक प्राधिकरणों के अनुमोदन के बाद ही करेगा.”

ब्रिटेन गुरुवार (03 दिसंबर, 2020) को कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला पश्चिमी देश बन गया है. कोरोनावायरस की वजह से दुनिया भर में 14.92 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि, सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन के भारत में जल्द उपलब्ध होने की संभावना नहीं है.

भारत में कोई भी वैक्सीन को तभी आमजनों को देने की अनुमति मिलेगी जब वह कंपनी क्लीनिकल ट्रायल पूरी कर लेगी लेकिन सूत्रों ने बताया कि अभी तक न तो Pfizer और न ही उसकी पार्टनर कंपनियों ने ऐसे ट्रायल की अनुमति ली है. इसका मतलब यह हुआ कि भारत में Pfizer की वैक्सीन उपलब्ध होने में अभी वक्त लग सकता है.

हालांकि, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के पास “वैक्सीन के लिए स्थानीय क्लिनिकल परीक्षण को माफ करने की विवेकाधीन शक्ति है”, लेकिन सूत्रों ने यह भी कहा, अब तक ड्रग्स कंट्रोलर द्वारा क्लीयरेंस दिए गए सभी वैक्सीन ने क्लीनिकल ट्रायल का तीसरा फेज पास कर लिया है. ऐसे में बिना क्लीनिकल ट्रायल पास किए Pfizer को मुस्किल हो सकती है.

बता दें कि ब्रिटेन अग्रणी दवा कंपनी फाइजर-बायोएनटेक के कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है. वहां अगले हफ्ते से कोरोना का टीकाकरण शुरू होगा. ब्रिटेन की दवा और स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी ने बुधवार को बताया कि कोरोना वैक्सीन उपयोग में लाने के लिए सुरक्षित है. दावा किया गया था कि यह टीका कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 95 प्रतिशत तक कारगर रहा है. ब्रिटेन सरकार ने कहा कि आंकड़ों के व्यापक विश्लेषण के के बाद इसकी मंजूरी दी गयी और मानकों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया गया.

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